राजभाषा विभाग के स्वर्ण जयंती समारोह में डॉ. धर्मशीला गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति

राजभाषा विभाग के स्वर्ण जयंती समारोह में डॉ. धर्मशीला गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति
दरभंगा, 26 जून 2025 |
भारत मंडपम, नई दिल्ली में वृहस्पतिवार को राजभाषा विभाग के स्वर्ण जयंती समारोह (1975–2025) का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता , राज्यसभा सांसद डॉ धर्मशीला गुप्ता, समारोह में देशभर से आए गणमान्य अतिथियों, प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
अपने संबोधन में गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा : राजभाषा विभाग की 1975 से 2025 तक की यात्रा का उल्लेख कर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत की आजादी की शताब्दी (2047) तक देश के आत्मगौरव से जुड़े हर प्रयास में राजभाषा विभाग का योगदान स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि सरकारी प्रशासन आम नागरिकों की भाषा में हो, यह लोकतंत्र और आत्मसम्मान दोनों के लिए जरूरी है।
कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदी को प्रशासन और जनसंचार की मुख्यधारा में और अधिक सशक्त रूप से स्थापित करने की दिशा में अब तक की उपलब्धियों को रेखांकित करना और आगामी दिशा तय करना था।
इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्यसभा सांसद एवं संसदीय राजभाषा समिति की सदस्य डॉ. धर्मशीला गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति रही।
सांसद डॉ धर्मशीला गुप्ता ने इस आयोजन को भारतीय भाषाई अस्मिता और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताते हुए कहा:
राजभाषा विभाग का यह 50 वर्षों का सफर केवल एक सरकारी कार्यकाल नहीं, बल्कि भाषा के माध्यम से भारत की आत्मा को जोड़ने का सशक्त प्रयास है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री श्री अमित शाह जी द्वारा राजभाषा हिंदी को सशक्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों को हम सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी जमीनी स्तर तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि राजभाषा केवल एक संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि प्रशासन और जनभागीदारी के बीच एक सेतु है। “आने वाले समय में केंद्र और राज्यों के प्रशासन में भारतीय भाषाओं का उपयोग और भी बढ़ेगा।
समारोह में विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने राजभाषा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया।
राजभाषा विभाग के 50 वर्षों की यह यात्रा भारतीय प्रशासनिक प्रणाली में भाषाई आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक गर्व का प्रतीक बन गई है।




