महिला संवाद कार्यक्रम के तहत,विश्व बाल श्रम निषेध दिवस

दरभंगा, 12 जून 2025 :- दरभंगा जिले में बिहार सरकार द्वारा 18 अप्रैल से शुरू किए गए महिला संवाद कार्यक्रम के तहत गुरुवार को आयोजित सत्र में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का व्यापक प्रभाव देखने को मिला।
जिले के विभिन्न ग्राम संगठनों में चल रहे इस कार्यक्रम में महिलाएं अपने परिवेश की समस्याएं साझा कर रही हैं और उनके समाधान भी सुझा रही हैं, उनकी आकांक्षाओं को संकलित कर आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को भेजा जा रहा है।
आज संवाद में शामिल महिलाओं ने बालिकाओं की शिक्षा में आ रही जागरूकता और सरकारी योजनाओं के लाभ पर संतोष जताया।
उन्होंने कहा कि कन्या उत्थान योजना,पोशाक योजना, साइकिल योजना, प्रोत्साहन योजना और मेधावृत्ति योजना जैसी कई कल्याणकारी योजनाएं लड़कियों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।
पहले समाज में लड़कियों की शिक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाती थी और कम उम्र में उनकी शादी कर दी जाती थी, जिससे वे अशिक्षित रह जाती थीं और उनका स्वास्थ्य भी खराब हो जाता था। लेकिन अब इन योजनाओं और आरक्षण के लाभ ने लड़कियों के जीवन में बदलाव लाया है।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने बाल श्रम की समस्या को भी गंभीरता से उठाया। उन्होंने कहा कि जिले के गरीब और पिछड़े वर्गों के बच्चों में बाल मजदूरी एक बड़ी समस्या है।
महिलाओं ने सामूहिक रूप से ऐसे गरीब और वंचित बच्चों के लिए सरकारी सहायता की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए और बच्चों की शिक्षा, पोषण और सुरक्षा की गारंटी दे तो कोई भी माता-पिता अपने बच्चों से मजदूरी नहीं करवाएगा।
कार्यक्रम के अंत में जिले के सभी जीविका प्रखंड कार्यालयों और सामुदायिक संगठनों में बाल श्रम उन्मूलन के प्रति जागरूकता और शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया।
महिलाओं ने बाल मजदूरी समेत तमाम सामाजिक बुराइयों के खिलाफ शपथ लेकर इन्हें जड़ से मिटाने की कसम ली।
उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे अपने गांव में बाल श्रम, बाल विवाह, घरेलू हिंसा और लैंगिक भेदभाव जैसी कुरीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाएंगी और बच्चों को शिक्षा की ओर प्रेरित करेंगी।
कार्यक्रम में महिलाओं ने यह भी कहा कि जब महिलाएं संगठित होकर आगे बढ़ती हैं तो समाज में बदलाव निश्चित होता है।