
दरभंगा | 5 जुलाई 2025
बरसात के मौसम के साथ ही डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा भी मंडराने लगा है। इसी को लेकर शुक्रवार को समाहरणालय परिसर में सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई। बैठक में सभी विभागों को अलर्ट किया गया और तैयारियों का जायजा लिया गया।
डेंगू नियंत्रण को लेकर तय हुए दिशा-निर्देश
सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू के 8 मरीज सामने आ चुके हैं। जबकि पिछले साल 128 केस मिले थे। जुलाई से अक्टूबर के बीच डेंगू का संक्रमण सबसे ज्यादा होता है, इसलिए इस अवधि में सभी विभाग विशेष सतर्कता बरतें।
डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि डेंगू फैलाने वाला एडीज मच्छर साफ पानी में पनपता है और दिन में ही काटता है। खास बात यह है कि ये मच्छर केवल दो फुट की ऊंचाई तक उड़ सकता है, इसलिए छोटे बच्चों को अधिक खतरा रहता है।
फ्रिज, कूलर और एसी बन रहे डेंगू के गुप्त ठिकाने
सीएस ने कहा कि कूलर, एसी और फ्रिज की ट्रे में जमा पानी डेंगू मच्छरों के लिए सबसे अनुकूल स्थान होता है। ऐसे में लोगों से अपील की गई है कि इनकी समय-समय पर सफाई करते रहें। सिर्फ एक चम्मच पानी में भी मच्छर अंडे दे सकते हैं।
फॉगिंग और एंटी-लार्वा स्प्रे की व्यवस्था
नगर निगम क्षेत्र में मरीज मिलने पर संबंधित मोहल्लों में फॉगिंग कराई जाएगी। वहीं, प्रखंड स्तर पर 500 मीटर के दायरे में स्वास्थ्य विभाग फॉगिंग और एंटी-लार्वा का छिड़काव करेगा। सभी प्रखंडों को फॉगिंग मशीनें उपलब्ध करा दी गई हैं।
बचाव ही सबसे बड़ा उपाय
सिविल सर्जन ने कहा कि बुखार होने पर तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल जाएं और डॉक्टर से परामर्श लें। पारासिटामोल डेंगू के शुरुआती इलाज में उपयोगी है, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह दवा न लें।
डेंगू से बचने के लिए करें ये उपाय:
- कूलर, गमले और अन्य बर्तनों में जमा पानी रोजाना बदलें।
- मच्छर रोधी क्रीम का प्रयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
- बच्चों को बाहर भेजते वक्त सतर्कता बरतें।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- घर और आस-पास सफाई रखें।
बैठक में मौजूद रहे कई पदाधिकारी
इस मौके पर एनसीडीओ डॉ. सत्येंद्र कुमार, डीएमओ डॉ. अमरेंद्र कुमार मिश्रा, डॉ. रविंद्र कुमार, नगर निगम के सिटी मैनेजर रवि कुमार समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।



