
दरभंगा / न्यूज़ मिथिला डेस्क : चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ महागठबंधन द्वारा आहूत भारत बंद का दरभंगा में व्यापक असर देखने को मिला। राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व महापौर ओमप्रकाश खेड़िया के नेतृत्व में महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने एनएच-27 पर धरना दिया और बाजार समिति को पूरी तरह बंद करा दिया।

बंद के समर्थन में श्री खेड़िया के साथ शत्रुघ्न प्रसाद उर्फ नारद यादव, पप्पू पासवान, अरमान ख़ान, जिला अल्पसंख्यक अध्यक्ष लड्डू जी, सोहैब ख़ान, छोटे ख़ान, बिलटू महतो, रामाशीष यादव, उमेश महतो, पप्पू ख़ान, अन्नू, शिव कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। बंद के दौरान शहर के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित रहा और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
धरनास्थल पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ओमप्रकाश खेड़िया ने केंद्र और राज्य की एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है और गरीब, शोषित, वंचित, पिछड़े, अति पिछड़े तथा अल्पसंख्यकों के अधिकारों का लगातार हनन किया जा रहा है।
खेड़िया ने आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण का “बेतुका” फरमान जारी कर मौलिक अधिकारों पर कुठाराघात किया है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची का प्रकाशन हो चुका है, तो ऐसी क्या परिस्थितियां उत्पन्न हो गईं कि दोबारा गहन पुनरीक्षण की आवश्यकता पड़ गई?
उन्होंने मांग की कि अगर पुनरीक्षण जरूरी है तो इसे बिहार विधानसभा चुनाव के बाद कराया जाए। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग खुद इस अभियान को लेकर संशय में है, तभी जीएसटी और नोटबंदी की तर्ज पर हर दिन नए-नए नियम लागू किए जा रहे हैं।
महागठबंधन के इस विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रशासन अलर्ट मोड में रहा, वहीं पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सतर्कता बरती। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को बाद में छोड़ दिया गया।



