मिथिलावादी दलों के बीच तालमेल, तीन सीटों पर साझा उम्मीदवार उतारने की घोषणा

मिथिलावादी दलों के बीच तालमेल, तीन सीटों पर साझा उम्मीदवार उतारने की घोषणा
दरभंगा। मिथिला समागम 2025 के दूसरे दिन दरभंगा में आयोजित सभा में मिथिला क्षेत्र से जुड़े विविध मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात फेरी से हुई, जिसके बाद मंचीय कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन जगदम्बा जानकी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।
सभा में उपस्थित वक्ताओं ने एक स्वर में मिथिला राज्य निर्माण के संकल्प को दोहराया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि राजनीतिक अधिकार के बिना मिथिला राज्य की अवधारणा अधूरी रहेगी। इसी संदर्भ में मिथिलावादी दलों के बीच आपसी समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया गया।
सभा में एक महत्वपूर्ण सहमति बनी कि मिथिला के नाम पर सक्रिय राजनीतिक दल अब आपसी तालमेल के साथ चुनावी समर में उतरेंगे। प्रारंभिक सहमति के तहत दरभंगा की बेनीपुर, मधुबनी की बिस्फी और समस्तीपुर की बख्तियारपुर सिमरी सीट पर संयुक्त रूप से प्रत्याशी उतारने की घोषणा की गई। शेष सीटों पर भी साझा प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया आपसी चर्चा से तय की जाएगी।
कार्यक्रम के अंत में यात्री जी द्वारा रचित मिथिला गान की प्रस्तुति ने सभा को सांस्कृतिक ऊर्जा से भर दिया।
इस अवसर पर डॉ. धनाकर ठाकुर, कमलेश झा, उमाकांत झा बख़्शी, रामविनोद झा, चक्रधर झा, रत्नेश्वर झा, मनोज झा, सुजीत चौधरी, उमेश चन्द्र भारती, डॉ. सुरेन्द्र यादव, प्रणव कुमार, धीरेन्द्र झा, विजय मिश्र, श्रीनारायण झा, कमलेश कुमार झा (दिल्ली) सहित अनेक प्रबुद्धजनों ने विचार रखे।
सभा में मिथिला की राजनीतिक, सांस्कृतिक और भाषायी अस्मिता को लेकर व्यापक चिंता जताई गई और इसे जनआंदोलन का रूप देने का आह्वान किया गया।



