
मुख्यमंत्री से मिले दरभंगा सांसद डॉ. गोपाल ठाकुर, विकास योजनाओं को लेकर सौंपा ज्ञापन
दरभंगा को लेकर 15 से अधिक बिंदुओं पर हुई चर्चा, मिथिला परंपरा से किया स्वागत
पटना / न्यूज़ मिथिला डेस्क। दरभंगा के सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की। यह भेंट राजधानी पटना स्थित एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हुई। मिथिला की परंपरा के अनुसार सांसद ने मुख्यमंत्री का पाग, चादर और मखाना माला से आत्मीय स्वागत किया।
इस दौरान सांसद ने दरभंगा जिले की विभिन्न लंबित और प्रस्तावित विकास योजनाओं को लेकर मुख्यमंत्री को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इन परियोजनाओं को शीघ्र लागू किए जाने की मांग करते हुए दरभंगा के समग्र विकास पर जोर दिया।
ज्ञापन में जिन प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया गया, उनमें पटना हाईकोर्ट की खंडपीठ की दरभंगा में स्थापना, एसटीपी परियोजना, दरभंगा शहर में एलीवेटेड कॉरिडोर निर्माण, दोनार आरओबी (गुमती संख्या-25 स्पेशल) का कार्य शीघ्र पूर्ण करना, दरभंगा बस स्टैंड का पुनर्विकास, मेट्रो परियोजना और इलेक्ट्रिक बस संचालन शामिल हैं।
इसके अलावा, सांसद ने एपीजे अब्दुल कलाम वीमेंस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के उन्नयन, कबड़ा घाट स्थित मिथिला संस्कृत शोध केंद्र के पुनर्विकास तथा हराही, गंगासागर और दिग्घी जैसे ऐतिहासिक पोखरों के सौंदर्यीकरण का भी मुद्दा उठाया।
सांसद ठाकुर ने अशोक पेपर मिल की भूमि पर उद्योग स्थापना, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने और मिथिला क्षेत्र के धार्मिक स्थलों को “मिथिला सर्किट” के रूप में विकसित करने का भी सुझाव दिया।
सड़क परियोजनाओं के तहत उन्होंने भेजा से गंडौल तक दो लेन सड़क निर्माण और एस.एच. 88 (वरुणा–रसियारी मार्ग) को कोशी पश्चिमी तटबंध से जोड़ने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
डॉ. ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने ज्ञापन में उठाए गए सभी बिंदुओं को गंभीरता से लिया और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हमेशा की तरह इस बार भी दरभंगा और मिथिला के विकास के लिए मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।



