
न्यूज़ मिथिला डेस्क / निशांत झा :
पूजा-पाठ के बाद मशीनें हटीं, जनता में नाराज़गी — ROB ठप पड़ा प्रशासनिक उलझनों में !
दरभंगा: जिले के दोनार रेलवे गुमटी पर प्रस्तावित रोड ओवर ब्रिज (ROB) का निर्माण कार्य शुरू होने से पहले ही अटक गया है। दरभंगा नगर विधायक एवं बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने 23 जून को पूजा-पाठ कर इस योजना का विधिवत शिलान्यास किया था। लेकिन महज दो दिन बाद ही निर्माण स्थल से मशीनें हटा ली गईं और काम पूरी तरह से बंद हो गया। इससे स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि यह शिलान्यास महज औपचारिकता और दिखावे के लिए किया गया, जबकि ज़मीनी सच्चाई यह है कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अधूरी है और अधियाचना तक जारी नहीं हो सकी है।
दरभंगा शहर के सबसे व्यस्त और जामग्रस्त दोनार रेलवे गुमटी पर ROB की मांग वर्षों पुरानी है। यातायात के अत्यधिक दबाव को देखते हुए बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (BSRDC) ने इस योजना को मंज़ूरी दी थी। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 134 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसमें से 80 करोड़ रुपये का टेंडर ROB निर्माण के लिए जारी किया गया। बाबा हंस कंस्ट्रक्शन कंपनी को इसका कार्यादेश भी दिया गया। शेष 54 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण और प्रशासनिक खर्चों पर खर्च होने हैं।
हालाँकि शिलान्यास के बाद भी निर्माण कार्य एक इंच भी आगे नहीं बढ़ सका है। विशेष रूप से भटियारीसराय मोहल्ला, जहाँ भूमि अधिग्रहण होना है, वहाँ की घनी आबादी और ऊँची ज़मीन कीमत के कारण मुआवजा राशि काफी अधिक हो सकती है। बीएसआरडीसी और निर्माण कंपनी के अधिकारियों ने 14 मई को दोनार चौक से बीएमपी-13 तक के पूरे रूट का निरीक्षण किया था, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि कई मकान ओवरब्रिज की जद में आ रहे हैं।
प्रभारी अंचल अधिकारी सह आरओ विनीता चित्रा ने बताया कि लगभग 200 रैयतों को चिन्हित कर लिया गया है और भूमि की मापी की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। उन्होंने बताया कि ओनरशिप डाटा भी तैयार कर संबंधित विभाग को दे दिया गया है, लेकिन विभाग द्वारा अब तक बजट का आवंटन नहीं होने के कारण अधियाचना जारी नहीं हो सकी है।
BSRDC के प्रोजेक्ट मैनेजर पवन कुमार ने बताया कि जैसे ही राशि स्वीकृत होती है, अधियाचना जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को भेज दी जाएगी। वहीं, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी बालेश्वर प्रसाद ने भी यही जानकारी दी कि “अधियाचना की फाइल अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। जैसे ही बजट मिल जाता है, प्रक्रिया आगे बढ़ा दी जाएगी।”
जानकारी के अनुसार, इसी योजना के अंतर्गत मोहम्मदपुर-कमतौल गुमटी संख्या 10 पर ROB निर्माण के लिए भूमि चिन्हित कर अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और वहाँ कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
दोनार ROB की स्थिति को लेकर जनता में गहरी नाराजगी है। लोग सवाल कर रहे हैं कि जब भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं थी और बजट आवंटन भी नहीं हुआ था, तो फिर मंत्री ने जल्दबाज़ी में शिलान्यास कर जनता को भ्रमित क्यों किया? फिलहाल यह महत्वाकांक्षी परियोजना विभागीय लापरवाही, प्रशासनिक शिथिलता और तकनीकी उलझनों के बीच फंसी दिख रही है। जब तक अधियाचना जारी नहीं होती और मुआवजा प्रक्रिया आरंभ नहीं होती, तब तक ROB निर्माण शुरू हो पाना संभव नहीं लग रहा।



