
न्यूज़ मिथिला
समाचार – दरभंगा
दिनांक : 11 जुलाई 2025 |
राज्य सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल करते हुए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज रिमोट कंट्रोल के माध्यम से पूरे बिहार में 1 करोड़ 11 लाख से अधिक पेंशनधारियों के बैंक खातों में 1227.27 करोड़ रुपये की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के ज़रिये भेजी।
इस मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दरभंगा जिले के सभी 18 प्रखंडों में किया गया, जहाँ जीविका दीदियों, वृद्धजनों, विधवाओं और दिव्यांगजनों ने पूरे उत्साह से भाग लिया।
जून 2025 से पेंशन राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। यह राशि हर माह की 10 तारीख को लाभुकों के खातों में डीबीटी के माध्यम से पहुँचेगी।
कार्यक्रम के दौरान जैसे ही मुख्यमंत्री ने पेंशन में बढ़ोतरी की घोषणा की, उपस्थित दीदियों और पेंशनधारियों के चेहरों पर मुस्कान और आंखों में संतोष दिखाई पड़ा। तालियों की गूंज और भावुक प्रतिक्रियाओं ने इस निर्णय की गहराई को दर्शाया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “हमारी सरकार समाज के सबसे कमजोर वर्गों के साथ है। पेंशन की बढ़ी हुई राशि उन्हें गरिमापूर्ण जीवन जीने में सहायता करेगी।” साथ ही, उन्होंने यह भी घोषणा की कि अब सभी पेंशनधारियों को आयुष्मान कार्ड भी दिया जाएगा, जिससे उन्हें सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण उपचार मिल सकेगा।
जमीनी हकीकत: दीदियों की जुबानी
बहादुरपुर की जीविका दीदी पूनम देवी ने बताया कि वर्ष 2019 में पति की मृत्यु के बाद वे अकेली कमाने वाली सदस्य बनीं। 400 रुपये से घर चलाना मुश्किल था, लेकिन अब बढ़ी हुई पेंशन से उन्हें राहत मिली है।
कुशेश्वरस्थान की वृद्ध महिला जीनत खातून ने कहा, “अब यह पेंशन सिर्फ पैसे की मदद नहीं, हमारे आत्मसम्मान का भी सहारा है।”
पेंशन योजना में जीविका की अहम भूमिका
संचार प्रबंधक राजा सागर ने बताया कि जीविका दीदियों ने न केवल समुदाय की महिलाओं को पेंशन योजनाओं की जानकारी दी, बल्कि फॉर्म भरवाने से लेकर आवेदन प्रक्रिया पूरी कराने में भी मदद की। इससे हजारों महिलाएं सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सकीं।
डीपीएम डॉ. ऋचा गार्गी ने बताया कि ‘महिला संवाद’ जैसे आयोजनों में अक्सर पेंशन बढ़ोतरी की मांग सामने आती थी। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से पूरे जिले में हर्ष का वातावरण है।
एक नई शुरुआत
सरकार की यह पहल न केवल आर्थिक सहायता है, बल्कि इसे सामाजिक और स्वास्थ्य सुरक्षा के मजबूत कवच के रूप में देखा जा रहा है।
दरभंगा समेत पूरे बिहार में इस फैसले का व्यापक स्वागत हुआ है, और मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए लोगों ने इसे “गरीबों के लिए एक नई सुबह” बताया है।


