
न्यूज़ मिथिला क्राइम डेस्क :
दरभंगा जिले के पतोर थाना में लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। 24 जुलाई 2025 को वरीय पुलिस अधीक्षक, दरभंगा द्वारा पतोर थाना का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण अपराह्न 3:30 बजे शुरू हुआ, जिसमें थानाध्यक्ष शिवनारायण कुमार को सादे लिवास में पाया गया। पुलिस महकमे में यह गंभीर अनुशासनहीनता मानी जाती है।
निरीक्षण के क्रम में जब थाना में रखे जाने वाले पंजियों की जाँच की गई, तो लगभग सभी पंजी या तो अधूरे पाए गए या महीनों से अद्यतन नहीं थे। आगंतुक पंजी में सिर्फ एक प्रविष्टि थी, वह भी अधूरी। वहीं तीन आवेदन बिना किसी प्रविष्टि के पंजी में पड़े हुए थे। थाना दैनिकी में सुबह आठ बजे तक की ही प्रविष्टि थी। इसके बाद पूरे दिन की कोई गतिविधि दर्ज नहीं की गई थी।
सम्मन पंजी में तामिला की प्राप्ति का कोई हस्ताक्षर नहीं था, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि सम्मन संबंधित व्यक्ति तक पहुँचा भी या नहीं। अजमानतीय व जमानतीय वारंट पंजियों में भी अद्यतन प्रविष्टियाँ नहीं थीं। मालखाना, हाजत और गिरफ्तारी पंजियों में महीनों से कोई नया रिकॉर्ड नहीं जोड़ा गया था। ओडी ड्यूटी पंजी में पदाधिकारियों के नाम दर्ज थे, लेकिन उनकी उपस्थिति का कोई प्रमाण, जैसे हस्ताक्षर, नहीं मिला।
इन सभी बातों से यह स्पष्ट हुआ कि थानाध्यक्ष द्वारा अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरती जा रही थी। थाना प्रशासनिक कार्यों में उदासीनता, मनमानी और आदेशों की अवहेलना की जा रही थी।
वरीय पुलिस अधीक्षक, दरभंगा ने इस गंभीर स्थिति को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अवर निरीक्षक शिवनारायण कुमार, थानाध्यक्ष पतोर थाना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय पुलिस केंद्र, दरभंगा निर्धारित किया गया है और उन्हें नियमानुसार जीवन यापन भत्ता देय होगा।
यह कार्रवाई न केवल पुलिस विभाग के भीतर जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक सख्त कदम माना जा रहा है, बल्कि यह भी संकेत है कि दरभंगा पुलिस प्रशासन अब थानों में पनपती ढिलाई और मनमानी को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।



