
न्यूज़ मिथिला डेस्क :
पूर्व सांसद स्व.भोगेन्द्र झा की 102वीं जयंती पर विद्यापति सेवा संस्थान के सदस्यों ने शनिवार को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि पूर्व सांसद भोगेन्द्र झा मिथिला के ऐसे सच्चे सपूत थे, जो मिथिला व मैथिली के विकास के लिये आजीवन संघर्षरत रहे। बिजली , बाढ़, सुखाड़ सहित कई अन्य विकासात्मक मुद्दों को लेकर संसद से सड़क तक किए अपने संघर्ष के कारण वे मिथिला के जन-जन की यादों में हमेशा जीवंत बने रहेंगे।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा ने कहा कि लोक सभा में पहली बार अपनी मातृभाषा मैथिली में शपथ लेकर बनाया गया उनका कीर्तिमान और मैथिली को अष्टम सूची में शामिल करने में निभाई गई उनकी भूमिका को लेकर वे हमेशा इतिहास के पन्नों में बने रहेंगे।
डा बुचरू पासवान ने उन्हें मिथिला मैथिली के विकास के लिए सतत चिंतनशील रहने वाला हितचिंतक बताया। प्रो जीवकांत मिश्र ने दिवंगत पुण्यात्मा को एक नेक इंसान, कुशल सामाजिक कार्यकर्ता, मिलनसार स्वभाव का इमानदार नेता और मिथिला मैथिली के विकास का समर्पित हितैषी बताया।
मणिकांत झा ने उन्हें मिथिला मैथिली के विकास का समर्पित समाजसेवी बताया।
मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने कहा कि समाज सेवा के रास्ते स्वस्थ एवं स्वच्छ राजनीति साधने वाले मजबूत स्तंभ के रूप में वे हमेशा प्रेरणाश्रोत बने रहेंगे। पूर्व सांसद को डा गणेश कांत झा, विनोद कुमार झा, प्रो विजय कांत झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ाभाई, दुर्गानंद झा, आशीष चौधरी, नवल किशोर झा, गिरिधारी झा आदि ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया।



