“छठ पर्व सामाजिक समरसता और प्रकृति से जुड़ाव का प्रतीक : ओमप्रकाश खेड़िया

दरभंगा। लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण के साथ श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ।
दरभंगा के पूर्व महापौर दंपति ओमप्रकाश खेड़िया एवं पूर्व मेयर वैजयंती देवी खेड़िया ने अपने बंगलागढ़ स्थित आवासीय परिसर में परंपरागत विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की।
सुबह के समय वैजयंती देवी खेड़िया ने फल-फूल, नारियल और दूध से सूर्यदेव की आराधना करते हुए परिवार तथा समाज की सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान उनके परिजन और स्थानीय श्रद्धालु भी उपस्थित रहे।
पूर्व महापौर एवं राजद के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश खेड़िया ने बताया कि, “हमारी धर्मपत्नी बैजयंती जी कई दशकों से श्रद्धापूर्वक छठ व्रत करती आ रही हैं। पहले हम बागमती नदी जाकर व्रत संपन्न करते थे, बाद में आवासीय परिसर में ही अस्थायी तालाब बनाकर पूजा करने की परंपरा शुरू की गई।”
उन्होंने कहा कि छठ पर्व सामाजिक समरसता का प्रतीक है, जिसमें अमीर-गरीब और ऊँच-नीच का कोई भेद नहीं रहता। यह पर्व हमें प्रकृति के निकट ले जाता है।
घर के आंगन में निर्मित कच्चे तालाब में अर्घ्य अर्पण के समय श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।
वैजयंती देवी खेड़िया ने कहा, “छठ पर्व आस्था, संयम और शुद्धता का प्रतीक है। इसे परिवार और समाज की खुशहाली के लिए हर वर्ष मनाना मेरा सौभाग्य है।”
दरभंगा सहित पूरे मिथिला क्षेत्र में छठ पर्व को लेकर भक्ति और उल्लास का अद्भुत वातावरण देखने को मिला।



