बिहारलोकल न्यूज़

दरभंगा में महिला संवाद की लहर,भीषण गर्मी के बावजूद भी उमड़ी महिलाओं की भीड़

दरभंगा 14 जून 2025:-  भीषण गर्मी, तीखा मौसम और चिलचिलाती धूप भी दरभंगा की महिलाओं के हौसले को नहीं रोक सकी।
महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। शनिवार को जिले के 10 प्रखंडों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ,जबकि शेष 8 प्रखंडों में यह सिलसिला अभी भी जारी है।
कार्यक्रम में महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों की भी सक्रिय भागीदारी रही है, जिससे यह पहल एक समावेशी जनांदोलन का रूप ले चुकी है।
महिलाएं अब न केवल पंचायत और गांव स्तर की समस्याओं को खुलकर सामने रख रही हैं,बल्कि अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं और भविष्य की योजनाओं को भी स्पष्टता से साझा कर रही हैं।
महिलाओं ने बालिकाओं की शिक्षा को लेकर समाज में आई सकारात्मक सोच की सराहना की। कन्या उत्थान योजना,पोशाक योजना, साइकिल योजना, प्रोत्साहन योजना और मेधावृत्ति योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं को उन्होंने लड़कियों के लिए वरदान बताया। उन्होंने कहा कि पहले बालिकाओं की शिक्षा को महत्व नहीं दिया जाता था और कम उम्र में विवाह कर दिया जाता था, जिससे उनकी सेहत और भविष्य दोनों प्रभावित होते थे अब हालात बदल रहे हैं।

ग्राम संगठन स्तर पर रोजाना हो रही बैठकों में शिक्षा, स्वास्थ्य, जलजमाव, सिंचाई, वृद्धावस्था पेंशन, सोलर लाइट, सड़क, सामुदायिक भवन और स्वरोजगार जैसे मुद्दों पर गंभीर चर्चाएं हो रही हैं।
इन बैठकों में महिलाओं की भागीदारी न केवल बढ़ी है, बल्कि वे नेतृत्व की भूमिका में भी नजर आ रही हैं।

कार्यक्रम के दौरान सामने आईं प्रेरणादायक कहानियाँ यह साबित कर रही हैं कि महिलाएं अब केवल आश्रित नहीं हैं, बल्कि निर्णय लेने और नेतृत्व करने की पूरी क्षमता रखती हैं। इन कहानियों ने अन्य महिलाओं को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।

बेनीपुर प्रखंड की पशुपालन और दुग्ध उत्पादन से जुड़ी महिलाओं ने अपनी समस्याएं और मांगें सामने रखीं। उन्होंने पशु शेड और दुग्ध संग्रह केंद्रों की स्थापना,पशु चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता और प्रशिक्षण की व्यवस्था की माँग की। उनका कहना था कि खेती के बाद पशुपालन ही सबसे बड़ा आय का स्रोत है और इसके सुदृढ़ीकरण से सैकड़ों परिवारों की आजीविका सशक्त हो सकती है।
महिलाओं ने मंच से प्रशासन से अपील की कि पशुपालन, कृषि और स्वरोजगार से जुड़ने की इच्छुक महिलाओं को उचित प्रशिक्षण,मार्गदर्शन और प्रारंभिक पूंजी उपलब्ध कराई जाए,जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवारों को बेहतर भविष्य दे सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!