बाबा नागार्जुन जयंती पर झारखंड मिथिला मंच ने किया भव्य आयोजन
रांची, 30 जून 2025 | संवाददाता/न्यूज़ मिथिला
झारखंड मिथिला मंच द्वारा सोमवार को सुप्रसिद्ध जनकवि बाबा नागार्जुन की जयंती के अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन मंच के कार्यालय परिसर में किया गया। कार्यक्रम में साहित्यिक और सांस्कृतिक चेतना का संगम देखने को मिला। यह आयोजन बाबा नागार्जुन के कृतित्व और व्यक्तित्व को जनमानस तक पहुँचाने का सार्थक प्रयास रहा।

कार्यक्रम की शुरुआत बाबा नागार्जुन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके बाद वक्ताओं ने उनके साहित्यिक योगदान और सामाजिक सरोकारों पर प्रकाश डाला।
मंच के अध्यक्ष डॉ. आनंद ने कहा कि “बाबा नागार्जुन केवल कवि नहीं, बल्कि जनआंदोलनों की चेतना थे। उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से समाज की विडंबनाओं और जनजीवन की पीड़ा को स्वर दिया।”
संरक्षक श्री संतोष झा ने बाबा नागार्जुन की प्रासंगिकता पर बल देते हुए कहा, “आज के समय में भी उनकी कविताएं युवाओं को विचार और संघर्ष की राह दिखाती हैं।”
इस अवसर पर महासचिव श्री निशिकांत पाठक, श्री सुनील झा, श्री सुजीत झा, श्री संजीत झा, श्रीमती निशा झा सहित मंच के अन्य पदाधिकारी एवं कई गणमान्य साहित्यप्रेमी, बुद्धिजीवी और युवा वर्ग की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के समापन पर मंच के कार्यकर्ताओं ने बाबा नागार्जुन की कविता-पाठ और विचार-विमर्श के माध्यम से उनके विचारों को आत्मसात करने की शपथ ली।
झारखंड मिथिला मंच द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम साहित्य और सामाजिक चेतना का जीवंत उदाहरण बना, जिसकी सराहना स्थानीय बुद्धिजीवी वर्ग ने खुले मन से की।

