दरभंगा शहरी विधानसभा में मिथिलावादी पार्टी के युवा चेहरा – अभिषेक कुमार झा

दरभंगा / न्यूज़ मिथिला : मिथिलावादी पार्टी के प्रखर युवा नेता अभिषेक कुमार झा दरभंगा शहरी विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। महज 28 वर्ष की उम्र में अभिषेक राजनीति और सामाजिक आंदोलनों में अपनी सक्रियता से एक अलग पहचान बना चुके हैं। छात्र राजनीति से लेकर मिथिला राज्य आंदोलन तक, उन्होंने हमेशा जनहित के मुद्दों पर अग्रिम मोर्चा संभाला है।
मध्यमवर्गीय शिक्षक परिवार में जन्मे अभिषेक का बचपन दरभंगा में बीता और मूल गाँव बहादुरपुर प्रखंड के कबिलपुर में है। अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से करने के साथ उन्होंने प्रयागराज से संगीत शिक्षा भी ली है। छात्र जीवन से ही वे विश्वविद्यालय और कॉलेज छात्र संघों में सक्रिय रहे और कई बार अध्यक्ष, महासचिव और संगठन मंत्री की जिम्मेदारी संभाली।
अभिषेक ने बाढ़ राहत, जल संकट आंदोलन, बेरोजगारी हटाओ अभियान, चमकी बुखार जागरूकता और तालाब बचाओ अभियान जैसे मुद्दों पर दर्जनों बार सड़क से लेकर प्रशासनिक कार्यालयों तक आवाज़ बुलंद की। मिथिला की संस्कृति, भाषा और पहचान को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने विद्यापति की विरासत और सीता जन्मभूमि के संरक्षण पर भी विशेष काम किया है।
जलजमाव, जल संकट, टूटी सड़कें, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, बेरोजगारी और पलायन, तालाबों का अतिक्रमण – ये दरभंगा शहरी की सबसे बड़ी चुनौतियाँ हैं।
मिथिलावादी विचारधारा से जुड़े युवाओं, बुद्धिजीवियों और समाज के विभिन्न वर्गों में अभिषेक को व्यापक समर्थन मिल रहा है। वे कहते हैं –
“मिथिला बोलेगी – मिथिलावादी जीतेगा! न विकास रुकेगा, न आवाज दबेगी!”
उनका 10-सूत्रीय संकल्प योजना में स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर-दवा की गारंटी, नल-जल योजना का पूर्ण संचालन, रोजगार केंद्र, स्किल ट्रेनिंग, महिला सुरक्षा मंच, खेल मैदान, पेंशन योजना, तालाब सफाई और मिथिला राज्य के लिए सतत संघर्ष शामिल हैं।
अभिषेक कुमार झा की राजनीति में यात्रा सिर्फ चुनाव जीतने की महत्वाकांक्षा नहीं, बल्कि एक मिशन है – मिथिला की पहचान और जनसमस्याओं का समाधान। युवा, महिलाएं और बुजुर्ग – सभी के लिए उनकी योजनाएँ और दृष्टि साफ हैं। जनसभाओं और रैलियों में उनकी गूंजते नारे इस बात की पुष्टि करते हैं कि दरभंगा शहरी में मुकाबला इस बार दिलचस्प होने वाला है।